जयपुर। राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी की मासिक काव्य गोष्ठी में आज कवियों ने रजनी उजियारी समस्या पूर्ति से संबंधित विषय को विभिन्न स्वरूपों में रेखांकित किया।
शायर लोकेश सिंह साहिल के मुख्य आतिथ्य में संपन्न काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता साहित्यकार डॉ. पूजा उपाध्याय ने की वरिष्ठ पत्रकार गुलाब बत्रा विशिष्ट अतिथि थे। अकादमी सचिव गोपाल गुप्ता ने सभी अतिथियों को ईकलाई उड़ा कर स्वागत किया।
अकादमी सचिव गोपाल गुप्ता ने बताया कि गोष्ठी में जयपुर के स्थानीय वरिष्ठ कवियों ने भाग लिया ईनमें सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वरिष्ठ कवि वी के गौड ने व्यापारी तौ ईमानदार हौयगौ तौ हुं बेईमान कहलावैगौ, वरिष्ठ कवि पैरोडी गीतकार वरुण चर्तुवेदी ने, बेरिन कै सम लागत है चोरिन कुं रजनी उजियारी, डा. सुशीला शील ने उत आयै गईं रजनी उजीयारी, अरुण चतुर्वेदी ने बारिश मूसलाधार भई ब्रजधाम भई रजनी उजियारी गीतकार विट्ठल पारीक, गोपीनाथ गोपेश, किशोर पारीक, वैद्य भगवान सहाय, गुरुदयाल शर्मा पहली बार ब्रजभाषा में कविता लिखने वाली हिमानी यादव ने हमारौ भारत का लंदन सौं कम है आदि ने दी गई समस्या "रजनी उजियारी" पर मत्तगयंद सवैया सुना कर समस्या की पूर्ति की एवं सभी ने अपनी एक-एक नवीन रचना भी प्रस्तुत की।
जाने-माने कवि डॉ. लोकेश कुमार सिंह साहिल ने कहा कि ब्रजभाषा का कोइ तोड़ नही है हिंदी से समृद्ध भाषा ब्रजभाषा है। साहित्यकार डॉ. संतोष यादव, पुष्पलता यादव, एवं अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया। अकादमी द्वारा छठवीं काव्य गोष्ठी का आयोजन था, काव्य गोष्ठी का आयोजन करने के पीछे अकादमी का मंतव्य ब्रजभाषा के नए कवियों की तैयार करना है।
अकादमी द्वारा रचनाकार सम्मान प्रतियोगिता का आयोजन भी जारी है। जिसमें रचना प्रस्तुत करने की आज अंतिम तिथि है। इसमें करीब 40 प्रतिभागियों ने दो-दो विधाओं में अब तक अपनी रचनाएं प्रेषित की हैं। जिन्हें निर्णायक मंडल द्वारा निर्धारित जांचकर्ताओं के पास भेजकर शीघ्र ही परिणाम घोषित कर किया जायेगा। इसकी लिऐ समारोह आयोजित करके सभी विजेताओं को नगद राशि एवं सम्मान पत्र द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
अकादमी के सचिव गोपाल लाल गुप्ता ने सभी पधारे हुए वरिष्ठ कवियों नवीन कवियों एवं श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।