शिक्षक बने हैं अनाथो के सारथी: मुरारी लाल मीना
बालिकाओ को 2100 का नकद एवं वर्ष भर की शिक्षण सामग्री का सहयोग
अजय नागर
दौसा। आरपीएससी शिक्षक राजस्थान जिला दौसा के तत्वाधान में प्रतिवर्ष दौसा विधानसभा क्षेत्र में सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत अनाथ बालिकाओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
आरपीएससी शिक्षक फोरम के जिला प्रवक्ता अभय सक्सैना ने बताया कि आज वृंदावन गार्डन दौसा में अनाथ बालिकाओ को छात्रवृत्ति दी गयी। सम्बलन कार्यक्रम के अंतर्गत 43 अनाथ बालिकाओं को 2100-2100 रूपए की नगद छात्रवृत्ति सहायता दी गई। साथ ही वर्ष भर कि शिक्षण सामग्री भी प्रदान की गई। जिसमें एक लाख इक्कीस हजार आठ सौ रूपए का चैक अनाथ बालिकाओं को सौंपा। यह राशि शिक्षकों द्वारा अनुदान कर एकत्रित कि गई थी। सभी 94 सहयोगी शिक्षकों का भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में बोलते हुए कृषि विपणन मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि शिक्षक अनाथो के सारथी बने हैं। इससे बड़ा परोपकारी कार्य कोई और नहीं हो सकता। आज तो ग्रहण भी है। शास्त्रों के अनुसार आज के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। 2005 से आरपीएससी शिक्षक फोरम सामाजिक सारोकार के कार्य करती आ रही है। शिक्षक साधारण नही होता है। वह समाज मे बदलाव लाता है। आवश्यकता के अनुसार मंजिल भटकने वालो का मार्ग प्रशस्त करता है। सभी शिक्षक संगठनों को भी मानवता के कार्यों में आगे आना चाहिए। 
बालिका शिक्षा के महत्व को इंगित करते हुए मंत्री मीणा ने कहा कि जहां सक्षम परिवार ही बालिकाओं को पढ़ाने में संकोच करता है ऐसी स्थिति में इन अनाथ बालिकाओं का पढ़ पाना कैसे संभव होता। आरपीएससी शिक्षक फोरम ने इसे कर दिखाया। एक प्रकार से इन्हें गोद लेकर इनकी निरंतर शिक्षा में सहायक बने हैं। इसके लिए शिक्षको को साधुवाद। 

मंत्री मीणा ने कहा कि क्षेत्र में विकास के दरवाजे शिक्षा के द्वारा ही खोले जा सकते हैं। इसके लिए मैंने सरकार से इतर अपने स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में अनेक प्रोत्साहन योजनाएं संचालित कर रखी है। क्षेत्र में शिक्षा के प्रति लोगों का रुझान बढ़े। इसके आशातीत परिणाम भी सामने आए है। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजेंद्र राणा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक फोरम द्वारा किया जा रहा यह कार्य  अन्य संगठनों के सदस्यों के लिए भी प्रेरणा स्रोत है। कर्मचारी हितों के लिए हम सदैव संघर्षरत रहते है। इसके साथ साथ सामाजिक सरोकारों में भी हम भूमिका निभा रहे हैं। यह अतुलनीय है। मुझे इस कार्यक्रम ने काफी प्रभावित किया है। मैं कोशिश करूंगा कि महासंघ भी परोपकारी कार्यों में अपनी भूमिका अदा करें। मेरे द्वारा ग्यारह हजार रुपए इन अनाथ बालिकाओं के लिए भेंट किए जा रहे हैं।

दौसा प्रधान प्रहलाद मीणा ने कहा कि बालिका अपने आप को अकेला महसूस नहीं करें। हम सब आपके साथ हैं। जब भी मदद की आवश्यकता हो, हम सब मदद के लिए तैयार है। अब सब कुछ भुला कर इन बालिकाओं को शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। इससे ही इनका जीवन उन्नत बन सकेगा। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि शिक्षक संगठन का उद्देश्य शिक्षक समस्याओं को ही उठाना नहीं होना चाहिए। फोरम की तर्ज पर सामाजिक सरोकारों में भी अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए। यदि प्रत्येक संगठन इस प्रकार अलग-अलग क्षेत्रों में सामाजिक सरोकार के कार्य करें, तो लोग इससे और ज्यादा प्रेरित होंगे। साथ ही अन्य लोग भी इन सामाजिक सरोकारों में अपनी भूमिका अदा करना चाहेंगे। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यापार मंडल के अध्यक्ष राकेश चौधरी ने कहा कि अनाथ बालिकाओं की निरंतर शिक्षा जारी रखने के लिए फोरम द्वारा किया गया सहयोग अनुकरणीय है। जो बालिका शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। मैं देख रहा हूं पिछले काफी वर्षों से इन बालिकाओं की मदद फोरम द्वारा की जा रही है। यह बालिकाएं भी निरंतर शिक्षा से जुड़ी हुई है। 

समारोह के दौरान भगवान वर्मा जिलाध्यक्ष कर्मचारी महासंघ दौसा, राजाराम मीणा सीबीईओ दौसा, कृष्णा शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक दौसा प्रहलाद फाटक्या, जिलाध्यक्ष आरपीएससी शिक्षक फोरम दौसा, रुकमणी गुप्ता, भोमाराम वर्मा, कल्याण सहाय वर्मा, नरेंद्र जैमन, घनश्याम भांडारेज जिला प्रवक्ता कांग्रेस, उमाशंकर बनियाना मीडिया प्रभारी कांग्रेस, धर्मपाल मीणा एसटीएससी महासंघ अध्यक्ष, नहनूराम मीणा जिला संयोजक कर्मचारी महासंघ, पदम कसाना, घनश्याम चोबदार, जगदीश पोटर आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
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