जयपुर। युवा साथी संगठन के द्वारा आज 'स्मृतियों में अशोक काम्बोज' पुस्तक के विमोचन के मौके पर बहुत ही अद्भुत और गरिमामय समारोह आयोजित किया गया। पुस्तक में अशोक कंबोज जी के बारे में देश प्रदेश के विभिन्न गणमान्य लोगों के द्वारा लिखित स्मृतियां और स्व.अशोक कंबोज जी के द्वारा लिखित उनकी रचनाओं को प्रकाशित किया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार जी और अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वांत रंजन जी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान के अध्यक्ष डॉ महेश शर्मा जी ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर अखिल भारतीय किसान संघ के सह संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह जी उपस्थित रहें।
मुख्य अतिथि इंद्रेश कुमार जी ने अपने भाषण में अशोक काम्बोज जी को याद करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला। अशोक जी 1970 में संघ में सक्रिय हुए । संघ में रहते हुए उन्होंने अपना अधिकतम योगदान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार और राष्ट्र सेवा में दिया।
स्वांत रंजन जी ने अपने अशोक कांबोज जी जितना राष्ट्र और देश के प्रति समर्पित थे उतना ही रचनात्मक कार्यों में भी अग्रणी रहते थे। उनकी लेखनी तात्कालिक हालातों पर कटाक्ष करती हुई हुआ करती थी। अशोक जी को राष्ट्र सेवा से इतर जितना समय मिलता था उसमें से अधिकतम समय अपनी रचनाओं को लिखने में बिताते थे।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ महेश चन्द्र शर्मा ने अशोक जी के साथ बिताएं समय को याद करते हुए बताया कि आपातकाल के समय अशोक जी सीकर में प्रचारक थे। उन दिनों पुलिस की धरपकड़ जबरदस्त थी। लेकिन पुलिस की आंखों से बचते बचाते हैं वे रातों को हस्तलिखित पोस्टरों से सीकर की गलियों को पाट दिया करते थे। ऊपर से मस्त दिखने वाले अशोक जी का व्यक्तित्व अंदर से बहुत गंभीर था और यही कारण था कि वह संस्कार एवं विचार का कार्य सहजता से कर पाते थे।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण राजसमंद सांसद दिया कुमारी जी ने दिया और धन्यवाद युवा साथी संगठन के अध्यक्ष मनु कांबोज ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवि और पत्रकार विवेकानंद जी शर्मा ने किया।
मालवीय नगर स्थित द ललित होटल के सभागार में उपस्थित विद्वजनों ने कार्यक्रम की समयबद्धता एवं सादगीपूर्ण भव्यता की भरपूर सराहना करते हुए आयोजकों को बधाई दी।
इस अवसर पर शहर भर के गणमान्य नागरिकों एवं आर एस एस के वरिष्ठ प्रचारकों की उपस्थिति रही।